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Thursday, December 16, 2010

समस्याओं से घिरा जयराम काम्पलेक्स


  • देखरेख करने वाला कोई नहीं
  • पार्किंग, सुरक्षा से जुडी कई दिक्कतें
रायपुर के मुख्य केन्द्र जयस्तंभ चौक पर स्थित शहर का पहला शॉपिंग सेंटर जयराम काम्पलेक्स चौतरफा समस्याओं से घिरा हुआ है। समस्याएं भी ऐसी हैं कि उनका निकट भविष्य में समाधान होने की संभावना न के बराबर है। इलेक्ट्रॉनिक बाजार के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले इस काम्प्लेक्स में न तो पार्किंग की कोई मुकम्मल व्यवस्था है न ही सुरक्षा के कोई इंतजाम, पूर्व में यहां चोरी की कई बड़ी घटनाएं घट चुकी हैं। दो सौ से अधिक दुकानों वाले इस काम्पलेक्स में पार्किंग की व्यवस्था न के बराबर है, क्योंकि दोनों तरफ मुख्य सड़क होने के कारण कुछ गाड़ियां ही एक लाइन पर खड़ी हो पाती हैं, जबकि दूसरी तरफ जीई रोड की ओर इतनी की भी गुंजाइश नहीं है। हालांकि बेसमेंट पार्किंग बनी है लेकिन वह सिर्फ शो-पीस साबित हो रही है, क्योंकि यहां भी दुकानें निकाल दिए जाने के कारण सीमित स्थान ही रह गया है। टूटी नालियों व अव्यवस्थित ड्रेनेज का पानी बेसमेंट में भर जाने के कारण इस पार्किंग का प्रयोग न के बराबर होता है। केवल व्यापारी धीरज जादवानी की इस काम्पलेक्स में सन् 1994 से ही दुकान है, उन्होंने बताया कि यहां देखरेख करने वाला कोई नहीं है इसलिए स्वयं ही सब इंतजाम करना पड़ता है।
सुरक्षा से जुड़े कई पेंच भी इस काम्पलेक्स में उलझे हुए हैं, हालांकि कुछ दुकानदारों ने निजी गार्ड को लगा रखा है, लेकिन जटिल स्थिति तब बनती है जब काम्पलेक्स का एक हिस्सा रात के समय ऐसे ही पड़ा रहता है। पूर्व में कई बार यहां के व्यापारियों ने आपसी सहमति से पूरे काम्पलेक्स की सुरक्षा के लिए कवायद की थी, लेकिन आपसी मतभेदों के चलते यह प्रयोग ज्यादा दिन नहीं चल पाया। दिनोंदिन बदहाल होती काम्पलेक्स की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कॉपियर्स विक्रेता राकेश सुंदरानी कहते हैं कि यहां की ज्यादातर समस्याओं के लिए इसके मालिक, निगम के लालची अधिकारी और बेतरतीब बढ़ता यातायात जिम्मेदार है, जिसने बीतते समय के साथ विभिन्न समस्याएं पैदा कीं, जिसका खामियाजा यहां आने वाले ग्राहकों और दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है। वह कहते हैं कि अगर समय रहते यहां की समस्याओं को सुलझाने के लिए पहल नहीं की गई तो यहां की व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती है क्योंकि काम्पलेक्स शहर के बीचोबीच स्थित है और ट्रैफिक का दबाव तेजी से बढ़ रहा है।

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